Monday, January 25, 2010

वन्दे मातरम!!

जब भी गणतंत्र दिवस या स्वतंत्रता दिवस का दिन करीब आने लगता है तो जैसे ये वक्त ठहर गया हो कुछ पलों के लिए। हाथ कुछ कर नहीं पाते, आँखें नम हो जाती है, हृदय भर आता है उन शहीदों के लिए जिन्होनें अपने प्यारे देश भारत अपनी मातृभूमि के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया .......
आज़ाद भारत में जन्म लेने से हम वह ज़ज्बात महसूस करने से वंचित रहे और हमेशा रहेंगे ........
पर आज भी कई जगह है जैसे अंडमान निकोबार की सेलूलर जेल, जलियावाला बाग़ (अमृतसर) जहाँ की दीवारें और गलियां आज भी एक जोश में चीख चीख कर कह रही हैं.....
वन्देssss....... मातरम!





वन्देssss....... मातरम!






वन्देssss....... मातरम!

6 comments:

Roshani said...

Pictures were taken from Google.
Thanks Google...

संजय भास्‍कर said...

विजय विश्व तिरंगा प्यारा ,झंडा ऊँचा रहे हमारा
गणतंत्र दिवस की शुभ कामनाए*

संजय भास्‍कर said...

behtreen rachna des bhagto ki yaad me.......

Creative Manch said...

बहुत प्रेरणा दायक पोस्ट
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सही मायने में हमारे तीर्थ स्थल यही जगह हैं !
गणतंत्र दिवस की शुभ कामनाए

संजय भास्‍कर said...

aapka coment abhi mela hai..

Parul kanani said...

aapke is jajbe ko salaam !