Friday, December 4, 2009

सोने भी दो हमें..


अमा यार ये दो पल मिले हैं आराम भी करने दो हमें ....फ़िर बहुत सारे काम है ...संजय जी के घर से दूध चोरी करनी है , नीरज जी के घर में सुना है एक आतंकवादी... नहीं समझे ! एक मोटा-ताज़ा चूहा आया है उसे पकड़ना है और क्रिएटिव मंच के घर भी जाना है क्यों? यह एक रहस्य है .....

12 comments:

Roshani said...

गुस्ताखी के लिए माफ़ी......

Creative Manch said...

so sweet
waaah kya baat hai.
kitna pyara....kitna maasoom sa cjhitr hai
maine save kar liya.
thanks

Roshani said...

Creative manch aapko pasand aaya!! so nice of you. aapka bahut bahut shukriya.

संजय भास्‍कर said...

rasoi ka darwaja khula chod dunga dudh ke liye

संजय भास्‍कर said...

lajwaab line roshni ji

Roshani said...

हा हा हा ...संजय जी धन्यवाद जो आपने हमारे प्यारे दोस्तों के लिए अपने रसोई का दरवाज़ा खुला रखा है.....आपको वे शुक्रिया कह रही हैं.

नीरज गोस्वामी said...

जितनी सुन्दर तस्वीर उतनी ही मजेदार टिपण्णी दी है आपने...लेकिन ये बतईये आप को कैसे मालूम पड़ा की मेरे घर में चूहे घुसे हुए हैं...बिल्लियाँ भेजने और मुझे राहत देने के लिए आपका दिल से धन्यवाद... :))
नीरज

Roshani said...

माफ़ करिए सर. मैंने यूँ ही मजाक किया .जब मैंने यह तस्वीर ली तो दिमाग में कुछ शैतानी चल रही थी. सोचा क्यों न आप लोगों के साथ थोड़ी हंसी ठिठोली हो जाए!

संजय भास्‍कर said...

lajwaab rachna roshni ji

जनवादी कवि said...

JINDADIL VDDWATMANDLI KI NIRMATA KA BHUMAN SHUBHKAMNAYEN.
WWW.JANWADI.BLOGSPOT.COM
INQULAB JINDABAD
SHRIRAMTIWARI

जनवादी कवि said...

RACHNADHARMITA KE NAISARGIK GUNO SE LABALAB RAS MADHURYA KI SARJIKA KO BADHAI.JAN KAVY BHARTI

Roshani said...

Shukriya...